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Thursday, 11 April 2019

15. सबसे पवित्र वस्तु ।

महीनों बाद
जब तुम्हारे ओठ 
चूम रहे थे 
मेरे ओठों को 
कि तभी 
तुम्हारे गालों से 
लुढ़कते हुए 
आँसू की एक गर्म बूँद 
मेरे गालों पर 
आकर ठहर गई 
और 
आज तक
वहीं ठहरी हुई है 
मेरे लिए
दुनियां की सबसे पवित्र 
वस्तु के रूप में 
तुम्हारे प्रेम का
यह उपहार 
मेरे साथ रहेगा 
हमेशा ।
      ................ Dr ManishkumarC.Mishra 

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