जब मै ही ना इन्सान हुआ /
बचपन की सीख
ईश्वर का मान करो ;
पढाई पे ध्यान करो /
जवानी की रीती
काम में तल्लीन रहो ;
bhagawaan में मन लीन रखो /
बुढापे की नीती
माया मोह त्याग दो ;
ईश्वर पे ध्यान दो /
कुछ काम ना आई ;
बचपन बीता जवानी बीती ;
बुढापा भी जाने को है ;
न काम हुआ ;
न ध्यान हुआ ;
ईश्वर मिलता भी कैसे ?
जब मै ही ना इन्सान हुआ /
ईश्वर का मान करो ;
पढाई पे ध्यान करो /
जवानी की रीती
काम में तल्लीन रहो ;
bhagawaan में मन लीन रखो /
बुढापे की नीती
माया मोह त्याग दो ;
ईश्वर पे ध्यान दो /
कुछ काम ना आई ;
बचपन बीता जवानी बीती ;
बुढापा भी जाने को है ;
न काम हुआ ;
न ध्यान हुआ ;
ईश्वर मिलता भी कैसे ?
जब मै ही ना इन्सान हुआ /
Labels: हिन्दी कविता hindi poetry
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