Friday 20 May 2011

ख्वाइश जो पल रही है

ख्वाइश जो पल रही है , वो इंसानी है 

थोड़ी सी जिस्मानी तो,थोड़ी रूहानी है .  

Monday 16 May 2011

मैं हर शाम किसी के साथ हूँ .

 "  बस इतनी सी बात पर बदनाम हूँ  

  मैं  हर  शाम  किसी  के  साथ   हूँ . "



      

जंहा रहिये बदनाम रहिये

" जंहा रहिये बदनाम रहिये ,
  तरीका ना आये तो, 
  एक शाम  मेरे साथ रहिये .  "