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Sunday 28 August 2016

International Conference on Hindi Studies - PARIS 2016

International Conference on Hindi Studies - PARIS 2016

अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी संगोष्ठी
हमें आपको सूचित करते हुए अत्यन्त हर्ष हो रहा है कि फ़्रांस की राजधानी पेरिस स्थित राष्ट्रीय प्राच्य भाषा और संस्कृति संस्थान (inalco) में एक अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी संगोष्ठी का आयोजन 2016 में होने जा रहा है। इस संगोष्ठी में आपकी उपस्थिति प्रार्थनीय है।
इस संगोष्ठी का आयोजन भारत के विदेश मंत्रालय, फ्रांस के राष्ट्रीय प्राच्य भाषा और संस्कृति संस्थान (inalco), ईरान और भारत विद्या शोध-संस्था (MII, UMR 7528) तथा LABEX से मिले अनुदानों के तहत होगा।
अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी संगोष्ठी के बारे में
हालाँकि अनेक अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी संगोष्ठियाँ दुनिया के विविध विश्वविद्यालयों द्वारा समय-समय पर आयोजित की जाती रही हैं, फिर भी हमें यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि पेरिस में होने वाली यह संगोष्ठी कई मायनों में अपने आप में अनूठी है। हिन्दी संगोष्ठियों के इतिहास में संभवतः पहली बार हिन्दी भाषाविज्ञान, हिन्दी-साहित्य तथा हिन्दी भाषाशिक्षण के क्षेत्रों में हो रहे उच्च स्तरीय शोध को इस संगोष्ठी का लक्ष्य बनाया गया है।
यह संगोष्ठी तीन दिन चलेगी तथा तीनों दिन तीन समानान्तार सत्र भी होंगे। ज़ाहिर है कि इससे दुनिया के विश्वविद्यालयों में कार्यरत हिन्दी विद्वान एक साथ बैठकर आपस में विचारों का आदान-प्रदान कर सकेंगे। साथ ही उन्हें हिन्दी भाषाविज्ञान, हिन्दी-साहित्य तथा विदेशी भाषा के रूप में हिन्दी भाषा के शिक्षण के क्षेत्रों में दुनिया के विश्वविद्यालयों में हो रहे शोध से परिचित होने का भी मौक़ा मिलेगा।
संगोष्ठी के लक्ष्य और उद्देश्य
  • लेखाजोखा तैयार करना - इस संगोष्ठी का सबसे पहला उद्देश्य है विश्व स्तर पर हिन्दी भाषा-विज्ञान, हिन्दी-साहित्य तथा विदेशी भाषा के रूप में हिन्दी-शिक्षण के क्षेत्र में हो रहे शोध का लेखाजोखा तैयार करना।
  • परीक्षण करना - साथ ही इस संगोष्ठी का उद्देश्य है भावी शोध के लिए उभरकर आने वाले नए विषयों की पहचान तथा शोध के भावी नवीन क्षेत्रों का निर्धारण करना।
  • प्रोत्साहन देना - इस संगोष्ठी का अगला उद्देश्य है हिन्दी के ऐसे युवा शोधार्थियों (पीएच.डी. तथा अन्य शोधार्थी) का पता लगाना जो अपने शोध के द्वारा हिन्दी-अध्ययन को नए आयाम प्रदान करना चाहते हों। जिन युवा शोधार्थियों के शोध-पत्रों को पूरी समीक्षा के बाद हमारे द्वारा प्रकाशनाधीन ग्रन्थों में सम्मिलित किया जाएगा उनके आंशिक या पूरे खर्चे (पेरिस-यात्रा, आवास और भोजन, आदि) का वहन संगोष्ठी आयोजकों द्वारा भारत सरकार तथा इनाल्को से मिले अनुदान के अन्तर्गत किया जाएगा।
  • संपर्क स्थापित करना - इस संगोष्ठी का एक और उद्देश्य है विश्व में फैले हिन्दी शोध-केन्द्रों के बीच संपर्क-सूत्र स्थापित करना तथा शोध और शिक्षण के क्षेत्र में सहयोगी संस्थाओं के बीच समझौते के माध्यम से भावी हिन्दी-शोध की आधारभूमि तैयार करना।
Welcome to the official website of the
2016 International Conference on Hindi Studies
The International Conference on Hindi Studies (ICHS) will be held in 2016 at the National Institute of Oriental Languages and Civilisations (inalco) in Paris.
The International Conference on Hindi Studies is sponsored by the Indian Ministry of External Affairs, Institut National des Langues et Civilisations Orientales (inalco), Mondes Iranien et Indien (MII UMR 7528) and LABEX-EFL (Empirical Foundation of Linguistics).

International Conference on Hindi Studies - PARIS 2016

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अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी संगोष्ठी
हमें आपको सूचित करते हुए अत्यन्त हर्ष हो रहा है कि फ़्रांस की राजधानी पेरिस स्थित राष्ट्रीय प्राच्य भाषा और संस्कृति संस्थान (inalco) में एक अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी संगोष्ठी का आयोजन 2016 में होने जा रहा है। इस संगोष्ठी में आपकी उपस्थिति प्रार्थनीय है।
इस संगोष्ठी का आयोजन भारत के विदेश मंत्रालय, फ्रांस के राष्ट्रीय प्राच्य भाषा और संस्कृति संस्थान (inalco), ईरान और भारत विद्या शोध-संस्था (MII, UMR 7528) तथा LABEX से मिले अनुदानों के तहत होगा।
अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी संगोष्ठी के बारे में
हालाँकि अनेक अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी संगोष्ठियाँ दुनिया के विविध विश्वविद्यालयों द्वारा समय-समय पर आयोजित की जाती रही हैं, फिर भी हमें यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि पेरिस में होने वाली यह संगोष्ठी कई मायनों में अपने आप में अनूठी है। हिन्दी संगोष्ठियों के इतिहास में संभवतः पहली बार हिन्दी भाषाविज्ञान, हिन्दी-साहित्य तथा हिन्दी भाषाशिक्षण के क्षेत्रों में हो रहे उच्च स्तरीय शोध को इस संगोष्ठी का लक्ष्य बनाया गया है।
यह संगोष्ठी तीन दिन चलेगी तथा तीनों दिन तीन समानान्तार सत्र भी होंगे। ज़ाहिर है कि इससे दुनिया के विश्वविद्यालयों में कार्यरत हिन्दी विद्वान एक साथ बैठकर आपस में विचारों का आदान-प्रदान कर सकेंगे। साथ ही उन्हें हिन्दी भाषाविज्ञान, हिन्दी-साहित्य तथा विदेशी भाषा के रूप में हिन्दी भाषा के शिक्षण के क्षेत्रों में दुनिया के विश्वविद्यालयों में हो रहे शोध से परिचित होने का भी मौक़ा मिलेगा।
संगोष्ठी के लक्ष्य और उद्देश्य
  • लेखाजोखा तैयार करना - इस संगोष्ठी का सबसे पहला उद्देश्य है विश्व स्तर पर हिन्दी भाषा-विज्ञान, हिन्दी-साहित्य तथा विदेशी भाषा के रूप में हिन्दी-शिक्षण के क्षेत्र में हो रहे शोध का लेखाजोखा तैयार करना।
  • परीक्षण करना - साथ ही इस संगोष्ठी का उद्देश्य है भावी शोध के लिए उभरकर आने वाले नए विषयों की पहचान तथा शोध के भावी नवीन क्षेत्रों का निर्धारण करना।
  • प्रोत्साहन देना - इस संगोष्ठी का अगला उद्देश्य है हिन्दी के ऐसे युवा शोधार्थियों (पीएच.डी. तथा अन्य शोधार्थी) का पता लगाना जो अपने शोध के द्वारा हिन्दी-अध्ययन को नए आयाम प्रदान करना चाहते हों। जिन युवा शोधार्थियों के शोध-पत्रों को पूरी समीक्षा के बाद हमारे द्वारा प्रकाशनाधीन ग्रन्थों में सम्मिलित किया जाएगा उनके आंशिक या पूरे खर्चे (पेरिस-यात्रा, आवास और भोजन, आदि) का वहन संगोष्ठी आयोजकों द्वारा भारत सरकार तथा इनाल्को से मिले अनुदान के अन्तर्गत किया जाएगा।
  • संपर्क स्थापित करना - इस संगोष्ठी का एक और उद्देश्य है विश्व में फैले हिन्दी शोध-केन्द्रों के बीच संपर्क-सूत्र स्थापित करना तथा शोध और शिक्षण के क्षेत्र में सहयोगी संस्थाओं के बीच समझौते के माध्यम से भावी हिन्दी-शोध की आधारभूमि तैयार करना।
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2016 International Conference on Hindi Studies
The International Conference on Hindi Studies (ICHS) will be held in 2016 at the National Institute of Oriental Languages and Civilisations (inalco) in Paris.
The International Conference on Hindi Studies is sponsored by the Indian Ministry of External Affairs, Institut National des Langues et Civilisations Orientales (inalco), Mondes Iranien et Indien (MII UMR 7528) and LABEX-EFL (Empirical Foundation of Linguistics).

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