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Tuesday 27 August 2013

कुछ तोड़ आया हूँ

आज़ फ़िर कंही कुछ छोड़ आया हूँ 

शायद दिल था जो  तोड़ आया हूँ 




ताशकंद शहर

 चौड़ी सड़कों से सटे बगीचों का खूबसूरत शहर ताशकंद  जहां  मैपल के पेड़ों की कतार  किसी का भी  मन मोह लें। तेज़ रफ़्तार से भागती हुई गाडियां  ...