Thursday 23 September 2010

अबूझ पहेली मत बनना ,

अबूझ पहेली मत बनना ,
गूढ़ पहेली मत बनना
चंद कदम चलकर साथ मेरे
अनजान सहेली मत बनना

लब अमृत सा पिया था
हाथों में हाथ रखा था
सीने से लग मुस्काए
अभिमान सहेली मत बनना
अनजान सहेली मत बनना
चंद कदम चल साथ मेरे
अबूझ पहेली मत बनना

जीवन को महकाया था तूने
सांसे गहरी करवाया था तूने
राहों को हंसी से चहकाया था तूने
मंजिल कटीली ना करना तुम
आहों में अविश्वास ना भरना तुम
साथ रहो ना रहो मगर
प्यार नहीं ना कहना तुम

अभिमान सहेली मत बनना
अनजान सहेली मत बनना
चंद कदम चल साथ मेरे
अबूझ पहेली मत बनना

अबूझ पहेली मत बनना ,

गूढ़ पहेली मत बनना
चंद कदम चलकर साथ मेरे
अनजान सहेली मत बनना

No comments:

Post a Comment

Share Your Views on this..